सर्व समाज द्वारा सावित्री बाई फुले की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की
जातिवाद से ऊपर उठकर सेवा समर्पण का संकल्प लिया

कोटा में शिक्षा की देवी ,महिला शिक्षा की अग्रदूत, महिला सशक्तीकरण की महानायिका सावित्री बाई फुले की पुण्यतिथि पर सर्व समाज प्रबुद्जन द्वारा केशवपूरा सेक्टर 6 में छाया चित्र पर पुष्पांजलि कर नमन किया जातिवाद से ऊपर उठकर सेवा समर्पण की संकल्प लिया समाजसेवी डॉ दुर्गा शंकर सैनी ने कहा माता सावित्री बाई फुले द्वारा सर्व समाज ,हर वर्ग ,धर्म के लिए कार्य किया शिक्षा की क्रांति आधुनिक युग मे जरूरी है शिक्षा से ही राष्ट्र व समाज का विकास होगा कैप्टन बी एल सैनी और पुरूषोतम अजमेरा माता के जीवन दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला
सावित्री बाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 और परिनिर्वाण 10 मार्च 1897 को हुआ था विवाह 1841 और प्रथम विद्यालय 1848 में खोला गया था लगभग आज से 175 वर्षों पूर्व माता सावित्री बाई फुले द्वारा विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा की अलख जगाई विद्यालय खोलें भारत प्रथम महिला अध्यापिका बनी,नारी उत्थान,जब शिक्षा को पाप समझा जाता था तब मां सावित्री फुले द्वारा उनसे मुकाबला करते हुए महिला शिक्षा शुरू की मां द्वारा प्लेग में भी लोगों की सेवा की और उस सेवा के दौरान उनका अंत हुआ सम्पूर्ण जीवन विश्व मानव कल्याण के लिए समर्पित किया वो त्याग समाज सेवा समर्पण की प्रतिमूर्ति थी जीवन सेवा करते करते बलिदान दे दिया सर्व समाज को शेक्षणिक, सामाजिक स्तर पर शक्ति प्रदान कर राष्ट्र का निर्माण में योगदान करने का संकल्प लिया इस अवसर पर समाजसेवी डॉ दुर्गा शंकर सैनी,कैप्टन बी एल सैनी,पुरुषोत्तम अजमेरा महामंत्री ओबीसी विकास मंच, निदेशक स्टार नाइन कोचिंग जितेन्द्र पारेता, गजेंद्र राठौर, भवानी शंकर सैनी,डॉ शुभम तंवर ,राकेश खींची , देवेन्द्र मेहरा, बंटी प्रजापति, सुरेंद्र चोपदार, सुरेंद्र कुमार, धर्मराज गुर्जर, शुभम प्रजापति हनुमान प्रसाद, नरेंद्र नागर, डॉ संचित सहित दर्जनों प्रबुद्धजन उपस्थित रहे