वकील की मौत पर बवाल: मृतक के परिवार को 1 करोड़ और सरकारी नौकरी की मांग, मोर्चरी के बाहर धरना

रमेश शर्मा संवाददाता अजमेर
अजमेर. पुष्कर के अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया की मौत से बवाल हो गया. सेशन कोर्ट, रेवेन्यू बोर्ड और पुष्कर कोर्ट के सैकड़ों वकील मोर्चरी के बाहर जुट गए. मृतक अधिवक्ता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व एक करोड़ की सहायता व अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जा रही है. वकीलों के रोष को देखते हुए अस्पताल परिसर और मोर्चरी क्षेत्र में पुलिस का भारी जाप्ता तैनात किया गया
एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह मौके पर परिजनों और वकीलों से समझाइश कर रहे हैं. अजमेर के जेएलएन अस्पताल में वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखोटिया की इलाज के दौरान मौत होने से वकीलों में जबरदस्त रोष है. जाखेटिया पर 2 मार्च को बूढ़ा पुष्कर रोड पर एक दर्जन बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था. तब से अधिवक्ता जाखोटिया का जेएलएन अस्पताल में इलाज चल रहा था. शुक्रवार सुबह अधिवक्ता जाखेटिया की अस्पताल में शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान मौत होने के बाद वकीलों में जबरदस्त रोष फैल गया. सैकड़ों वकील अजमेर के जेएलएन अस्पताल की मॉर्चरी के बाहर जुटे व पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे.अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करें: जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने बताया कि जाखेटिया की हत्या के मामले में वकीलों में जबरदस्त रोष है. पुलिस ने मामले में लापरवाही की. आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार नहीं किया, कई आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर हैं. सरकार को अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट जल्द लागू करना चाहिए. अधिवक्ता जाखेटिया के घर के समीप शराब की दुकान हटाई जाए. आबिद डीजे संचालकों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. मृतक के परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए.जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ ने कहा कि वकील की मौत की घटना से अधिवक्ता समुदाय में आक्रोश और असुरक्षा की भावना है. राज्य के सभी वकील लंबे समय से सरकार से प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं. सरकार ने एक्ट लागू नहीं किया, जिसका नतीजा है कि वकीलों पर लगातार हमले हो रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि पुष्कर में बड़े पैमाने पर नशे का व्यापार होता है. पुष्कर नशे की मंडी बन गई है. जिला बार एसोसिएशन की बैठक में 21 सूत्रीय मांग पत्र शासन और प्रशासन के लिए तैयार किया जाएगा. मृतक के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और 1 करोड़ रुपए मुआवजा नहीं दिया जाता है तब तक निर्णय नहीं होगा. राजस्थान राजस्व मंडल अभिभाषक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजावत ने कहा कि अधिवक्ताओं के विरुद्ध आए दिन हमले की घटनाएं हो रही है, जो निंदनीय है. राज्य सरकार को अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना चाहिए.
अधिवक्ता की मौत के मामले में बार ने लिया अहम फैसला
कल शनिवार को अजमेर पुष्कर किशनगढ़ और ब्यावर संपूर्ण रूप से रहेगा बंद वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटीया की मौत के बाद अधिवक्ताओं ने किया पुष्कर बंद का ऐलान, अंतर्राष्ट्रीय होली महोत्सव के नाम से हो रहे पुष्कर के आयोजनों का करेंगे बहिष्कार, होटल रिसोर्ट और सार्वजनिक स्थलों पर हो रहे आयोजनों को करवाएंगे बंद, पांच सूत्री मांगे जब तक नहीं होगी पूरी, वकील करेंगे आंदोलन