
सुरेश सुमन कनवास
कनवास उपखंड क्षेत्र आमली झाड़ गांव में काशी के 25 कलाकारों के द्वारा भगवान श्री रामचंद्र जी के जीवन चरित्र पर आधारित 9 दिवसीय श्री रामलीला का वाराणसी काशी कलाकारों के द्वारा रंगमंचीय प्रदर्शन किया जा रहा है. श्री रामलीला मंचन के चौथे दिन मंगलवार रात को राम सीता विवाह का मंचन प्रस्तुत किया गया
मंच पर जैसे ही भगवान श्रीराम का सीता के साथ विवाह हुआ तो पांडाल में मोजूद लोगों ने जय श्री राम के जयकारे लगाते हुए पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया आयोजन कर्ताओ ने बताया की मंगलवार रात को श्री रामलीला में राम-सीता विवाह, श्री परशुराम लक्ष्मण संवाद एवं जनक जननी माता जगदंबा प्रभु श्रीरामचंद्र के विवाह का आयोजन किया गया ।
विशेष-प्रसंग कथानुसार भगवान परशुराम ध्यान लगाकर बैठे रहते है ।ध्यान भंग होता है तो सोचते है यह क्या हुआ ।वेकाग्रचित होकर देखते है तब उन्हें पता चलता है कि मिथिला में रखा गया धनुष टूट गया ।इसके तुरंत बाद वे मिथिला पहुँचते है बहुत क्रोधित होते है जहाँ लक्ष्मण और उनका तीखा संवाद होता है । जिसे दर्शक देख बहुत आनंदित हुए बता दें की 1मार्च से बावड़ी के महादेव मंदिर प्रांगण में समस्त ग्रामवासियों की ओर से आयोजन किया जा रहा है