प्रधानाध्यापकों में नेतृत्व की क्षमता अपेक्षित है – जिला शिक्षा अधिकारी
दो दिवसीय सत्रांत वाक्पीठ प्रारंभ

रमेश शर्मा विशेष संवाददाता
ब्यावर (वि) दो दिवसीय जवाजा ब्यावर क्षेत्र प्रारंभिक शिक्षा सत्रांत वाक्पीठ संगोष्ठी स्थानीय पूजा नर्सिंग कॉलेज ब्यावर में प्रारंभ हुई।
वाक्पीठ संगोष्ठी सचिव मोहन सिंह ने बताया कि इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा. शि.) राजाराम टांक ने अपने प्रेरणास्पद उद्वोदन में कहा कि प्रधानाध्यापकों में नेतृत्व की क्षमता अपेक्षित है। साथ ही शिक्षा के पुनीत कार्य में संवेदनशीलता के साथ अध्ययन अध्यापन करना चाहिए।
उद्घाटन सत्र में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कविता मौर्य ने प्रधानाध्यापकों का उत्साहवर्धन करते हुए कार्यालय की अपेक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए विभागीय लक्ष्यों को सकारात्मकता के साथ पूर्ण करने पर बल दिया। अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कैलाश चंद्र ने समस्त विभागीय दायित्व व शैक्षणिक गुणवत्ता पर डालते हुए प्रधानाध्यापकों की जिज्ञासाओं एवं समस्याओं का निराकरण किया।
प्रथम सत्र में प्रधानाचार्य गजेन्द्र तुनगारिया ने अपार आई डी जनरेशन एवं आधार जनाधार अपडेशन पर सारगर्भित वार्ता दी तत्पश्चात डॉ सीमा कृपलानी ने पी एम श्री विद्यालय योजना एवं नवाचार पर विस्तार से चर्चा करते हुए विद्यार्थियों के वर्तमान समस्याओं,समावेशी शिक्षा,सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों से अवगत कराया ।
अंतिम सत्र में ब्लॉक संदर्भ व्यक्ति पूरण चंद ने ब्लॉक रैंकिंग सुधार करने पर बल दिया।एवं समग्र शिक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही वार्ताकार रामेश्वर सिंगारिया ने संस्थापन से संबंधित वार्ता प्रस्तुत की।
इस अवसर पर वाक्पीठ अध्यक्ष गोपाल शर्मा, सुरेन्द्र कोठारी, रमेश प्रजापति, राजेश बारेसा, रविन्द्र सिंह,पप्पू लाल मीणा, पद्मा व्यास, मालती शर्मा, कमलकांत किंगर, अशोक चौहान, दीपक जैन, हनुमान सिंह आदि उपस्थित थे।