शिक्षक अंधकार में रोशनी देने का काम करते हैं: ओम बिरला
शिक्षा विभाग कर्मचारीगण सहकारी सभा की आमसभा सम्पन्न

जितेंद्र कुमार नागर वरिष्ठ संवाददाता
कोटा में शिक्षा विभाग कर्मचारीगण सहकारी सभा लि. 696 आर कोटा बारां की वार्षिक आमसभा रविवार को यूआईटी ऑडिटोरियम बालाजी नगर पर आयोजित की गई। अधिवेशन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि थे। साथ ही, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा तथा शिक्षा मंत्री के ओएसडी सतीश कुमार गुप्ता विशिष्ट अतिथि रहे। सहकारी सभा के अध्यक्ष प्रकाश जायसवाल ने अध्यक्षता की।
इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि शिक्षक अंधकार में रोशनी देने का काम करते हैं। शिक्षक सारा जीवन शिक्षा को समर्पित कर देता है। जिन क्षेत्रों में शिक्षा जल्दी पहुंची है, उन क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन जल्दी आए हैं। आज देश में तकनीकी संसाधन बढ़े हैं, लेकिन शिक्षा में क्रांति शिक्षक ही ला सकता है। केवल भौतिक संसाधनों से नागरिकों का चरित्र निर्माण नहीं हो सकता। राष्ट्रवादी नवयुवक तैयार करने और नई पीढ़ी तैयार करने में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
उन्होंने कहा कि आपदा और चुनौतियों से लड़ने वाला विद्यार्थी सदैव आगे बढ़ता है और इन चुनौतियों से लड़ने की दिशा देने का काम सदैव शिक्षक ही करता है। जो विद्यार्थी के जीवन में देशभक्ति के गुण भरने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन में दुनिया भर के देशों में बदलाव लाने का काम किया है। सहकारिता आंदोलन से लोगों के सामाजिक आर्थिक जीवन में परिवर्तन आया है। सूदखोरी और ब्याजखोरी से मुक्ति मिली है। सहकारिता आंदोलन ने नई दृष्टि देने का काम किया है। विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि छात्र छात्राओं का सर्वांगीण विकास शिक्षक ही कर सकता है। सतीश गुप्ता ने कहा कि पारदर्शी नीति के माध्यम से संस्थाएं आगे बढ़ती हैं। मंत्री जमनालाल गुर्जर ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उपाध्यक्ष महेंद्र नागर ने आभार जताया। इस अवसर पर संचालक गायत्री मीणा, दिनेश मीणा, कमल शर्मा, पूनम गौतम, अनुराधा शर्मा, रवि गौतम, शिवराज गोचर, दिनेश नागर, धर्मेंद्र मेघवाल, राजमल मीणा, अनुराधा शर्मा समेत कईं लोग मौजूद रहे।
*100 करोड़ से अधिक का कारोबार कर रही संस्था*
प्रकाश जायसवाल ने कहा कि संस्था 81वां वर्ष पूर्ण कर चुकी है। वहीं 7 हजार से अधिक सदस्य संख्या के साथ 100 करोड़ का कारोबार कर रही है। पूर्व सञ्चालक मंडल ने अपने निजी हितों के लिए सहकारी नियमों को ताक पर रखकर मनमर्जी से क्रियान्विति की उनके विरुद्ध कार्यवाही अनवरत है संस्था संचालक मंडल के सहयोग से पूर्व अध्यक्ष एवं उनके सहयोगियों के विरुद्ध 4,56,646/- रुपए के वित्तीय घोटाले की प्राथमिकी दर्ज करवाई जा चुकी है। अपने निजी हित के लिए 2,70,000/-के लिए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जानी है। तीन संतानों के होते हुए भी तथ्यों को छिपाकर लगातार कई वर्षों तक संचालक मंडल में निर्वाचित होते रहने वालों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही कर संचालक पद से बर्खास्त करवाया गया है। इनके द्वारा उक्त प्रकरण और अन्य प्रकरणों में कार्यवाही के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश लिया होने से अग्रिम कार्यवाही संभव नहीं हो पा रही है। उक्त स्थगन आदेश के निष्प्रभावी होते ही त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
*अंशधारकों का हुआ सम्मान*
इस दौरान सर्वाधिक हिस्सा राशि वाले 10 अंशधारक सदस्यों गिरीराज दाधीच, सीमा माहेश्वरी, शिवराज रैगर, छोटूलाल मीणा, रेणु शर्मा, ताहिर अली, मंगीलाल महावर, जगदीश कुमार, मंजूलता टेलर का सम्मान किया गया। साथ ही, 199 बार रक्तदान करने वाले शेमेंद्र इसरानी, देहदान करने वाले गोपाल महावर, स्व . अमिता भार्गव, स्काउट के छात्र छात्राओं और संगीत विद्यालय की बरखा जोशी का भी सम्मान किया गया।
*लाभांश वितरण की मिली स्वीकृति*
अध्यक्ष प्रकाश जायसवाल ने बताया कि आमसभा के दौरान वार्षिक प्रतिवेदन का अनुमोदन, वित्तीय वर्ष 2024- 25 के प्रस्तावित बजट की स्वीकृति, अंकेक्षण वर्ष 2022-23 एवं 2023- 24 के प्रतिवेदन कि आक्षेप पूर्ति, लाभांश वितरण की स्वीकृति, अंकेक्षक नियुक्ति की पुष्टि, कार्यकारिणी एवं उप समितियों की बैठक में लिए गए निर्णय की पुष्टि तथा नवीन सदस्यों का अनुमोदन किया गया।
*सामाजिक कार्यक्रम बढ़ाने का लिया संकल्प*
आमसभा के दौरान सामाजिक सरोकार के कार्य किए जाने का संकल्प भी किया गया। इसके तहत स्काउट गाइड एवं जिला प्रशासन के सहयोग से “मेरी बेटी मेरा अभिमान – मेरी बेटी मेरा गौरव”, “प्रतिभा को मिले सम्मान”, “एक पेड़ मां के नाम, एक पेड़ परिवार के नाम, एक पेड़ देश के नाम”, “वर्ष में एक यूनिट रक्तदान समाज के नाम”, “प्लास्टिक मुक्त कोटा – प्लास्टिक मुक्त बारां”, “स्वच्छ कोटा स्वस्थ कोटा, स्वच्छ बारा स्वस्थ बारां”, “सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा”, “बाल विवाह एक अभिशाप” अभियान की दिशा में भी काम किया जाएगा।