उपखण्ड अधिकारी का बहिष्कार जारी, पुतला फुंका, रैली निकाल नारेबाजी की
प्रस्तावित दो न्यायालय भवन वर्तमान परिसर में ही बनवाने की मांग*

गोलू राठौर संवाददाता रामगंजमंडी
रामगंजमंडी में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के प्रस्तावित भवन के लिए वर्तमान परिसर में ही बनवाये जाने की मांग करते हुए अभिभाषक परिषद ने दोनों भवन के लिए रामगंजमंडी से बाहर भूमि आवंटित करने के प्रयास का विरोध को लेकर उपखण्ड अधिकारी का सोमवार से बहिष्कार किया था जो गुरूवार को भी जारी रहा। गुरूवार को वकीलों ने आंदोलन उग्र करते हुए उपखण्ड अधिकारी नीता वसीटा का पुतला जलाया। परिषद के सचिव प्रदीप अहीर एडवोकेट ने बताया कि रामगंजमंडी में दो न्यायालय के भवन वर्तमान में नहीं हैं तथा दोनों भवनों के निर्माण के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा बजट आवंटित किया गया है, वर्तमान परिसर में तहसील कार्यालय,उपखण्ड अधिकारी कार्यालय एवं न्यायालय, ग्राम न्यायालय, सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट के भवन के साथ उपकोषाधिकारी कार्यालय के भवन मौजूद हैं तथा अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश तथा अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के भवन निर्माण प्रस्तावित है जिसके लिए अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश शैलेश झरिया द्वारा उपखण्ड अधिकारी नीता वसीटा, तहसीलदार नेहा वर्मा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता हरिराम मीणा, अभिभाषक परिषद अध्यक्ष चन्दन गुप्ता की मौजूदगी में वर्तमान परिसर में खाली पड़ी भूमि की पैमाइश करवाते हुए झरिया ने उक्त भूमि को दोनों न्यायालय के भवन के लिए उपयुक्त बताया था किन्तु उपखण्ड अधिकारी नीता वसीटा द्वारा उक्त भूमि दोनों न्यायालय भवन के लिए आवंटित करने में अपनी असहमति जताते हुए रामगंजमंडी से आठ किमी दूर निमाणा में भूमि आवंटित करने का सुझाव दिया।
दो न्यायालय भवन आठ किमी दूर बनाने का विरोध करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि रामगंजमंडी से आठ किमी दूर दो न्यायालय भवन बनाने से अधिवक्ताओं, पक्षकारों एवं न्यायालय कर्मचारियों को भारी असुविधा होगी तथा तीन न्यायालय का अपीलीय न्यायालय अपर जिला एवं सेशन न्यायालय होने से आठ किमी बार बार आना जाना वकीलों, पक्षकारों व कर्मचारियों के लिए भी संभव नहीं है जबकि उक्त खाली भूमि का चार न्यायालय के भवन का नक्शा सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनवाया गया जिसे पूर्व में ही राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा स्वीकृत किया हुआ है। परिषद के अध्यक्ष चन्दन गुप्ता ने कहा कि दोनों न्यायालय भवन वर्तमान परिसर में ही बनाने की मांग को लेकर अभिभाषक परिषद द्वारा उपखण्ड अधिकारी नीता वसीटा का बहिष्कार किया गया है इसी क्रम में गुरुवार को अदालत के मुख्य द्वार पर उपखण्ड अधिकारी नीता वसीटा का पुतला जलाया गया। गुप्ता ने कहा कि हम हमारा हक मांग रहे हैं और हर हाल में लेकर रहेंगे। पुतला दहन से पुर्व वकीलों ने अदालत परिसर में रैली निकाल कर नारेबाजी की परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रामगोपाल कुल्मी का कहना है कि आमजन, वकीलों व कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए दोनों न्यायालय भवन इसी परिसर में बनाया जाना उपयुक्त है।पुतले को वरिष्ठ अधिवक्ता रामगोपाल कुल्मी ने मुखाग्नि दी।
*यह उपखंड अधिकारी का वर्जन है*
वहीं उपखण्ड अधिकारी श्रीमती नीता वसीटा से इस प्रकरण को लेकर प्रतिक्रिया चाही गई तो उन्होंने बताया कि अधिवक्ताओं द्वारा कार्य बहिष्कार की मुझे कोई लिखित सूचना नहीं है,मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिली है।किसी को कोई भी शिकायत है तो सभी का कार्यालय में स्वागत है।भविष्य में उपखंड कार्यालय के विस्तार हेतु भूमि की आवश्यकता रहेगी। इसलिए कोर्ट परिसर के लिए अलग से पर्याप्त भूमि का चयन किया जा रहा है।वहीं मैं जिला कलक्टर एवं राज्य सरकार के दिशा निर्देशों की पालना में ही कार्य कर रही हूँ।