
रमेश शर्मा विशेष संवाददाता अजमेर
ब्यावर के सूरजपोल गेट बाहर स्थित बांके बिहारी मंदिर में सर्वत्र तजाज्य काम ,क्रोध,लोभ,मोह को बिहारी की सेवा में विनियोग कर विजय प्राप्ति पर्व विजया एकादशी महोत्सव धूमधाम से फाग धमाल के साथ आयोजित किया गया।
मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष माणक ड़ाणी ने बताया कि फाग माह में वृन्दावन रसिक बिहारीजी के दरबार मे कलयुग अवतारी,तीन बाणधारी बाबा श्याम की रंग बिरंगे पुष्पों का बागा,कानो में मयूर आकृति के कुण्डल एवं हीरे मोती का मुकुट धरा कर झांकी सजाई गई,साथ ही बांकेबिहारीजी युगल छवि को बसन्त के छाट की काछनी एवं पीताम्बर मरुपहली जरी किनारी की पोषाक, हल्की सफेद एवं गुलाबी पुष्पमाला, करधनी,लाल,हरे,मेघश्याम मीना के एवं स्वर्ण आभूषण धारण करवा कर मनोरम श्रृंगार किया गया।
पंडित जितेंद्र दाधिच ने केसर चंदन का छिटकाव कर दरबार मे भीनी भीनी महक से भक्तों का चित्त लुभाया। महोत्सव के तहत प्रातः 9 .30 बजे मन्दिर के मुख्य शिखर पर लीला-घनश्याम सांखला के मनोरथ से नाचते गाते गाजे बाजे से सपरिवार नगर प्रतिपालक ध्वजा फहराई, दोपहर 3.30 बजे रमेशकुमार अनिलकुमार भराडिया एवं राजेश वीणा झंवर के सौजन्य से एकादशी महोत्सव के तहत भजनोत्सव में कृष्णदिवानी स्वरागिनी ग्रुप की चंचल सोनी, शालिनी शर्मा,संतोष सोनी एवं बबिता गौड़ द्वारा गणेश वंदना कीर्तन में आना है,गजानन्द कीर्तन में आ जाओ…..सहित दीवाना हु महाकाल का उज्जैन के दरबार का…..श्यामा प्यारी कुंज बिहारी जय जय श्री हरिदास दुलारी….हर ग्यारस की ग्यारस मुलाकात हो जाये….हमारे दो ही रिश्तेदार,एक हमारे बांकेबिहारी दूजे लखदातार…… पकड़ लो हाथ बनवारी नही तो डूब जाएंगे…. जिसकी उंगली पर चलता है संसार है और कोई नही वो खाटूवाला श्याम है…..खर्चो भेज दे सांवरिया फागण मेलो आयो रे…..ग़लती तेरी है फागण दिखा दियो एकबार….. फाग भजनो की प्रस्तुति दी गई। कार्यक़म में अनिलकुमार,रमेश भराडिया,राजेश झंवर,वीणा झंवर,शिल्पा झंवर, बालकिशन मित्तल,चेतन जोशी, राधे गोयल, दिनेश जैन सहित भक्तजन उपस्थित थे।