कृषिराज्य

2047 के विकसित भारत के निर्माण में कृषि व किसान की महत्वपूर्ण भूमिका होगी- सुमन बेरी, उपाध्यक्ष नीति आयोग

भारतीय किसान संघ के तीन दिवसीय 14वें अखिल भारतीय अधिवेशन का नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने किया उद्घाटन

जितेंद्र कुमार नागर वरिष्ठ संवाददाता

इटावा भारतीय किसान संघ के तीन दिवसीय 14वें अखिल भारतीय अधिवेशन का अहमदाबाद के पालनपुर स्थित सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय के परिसर में शुक्रवार को शुभारंभ हुआ। अखिल भारतीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने किसान संघ के अध्यक्ष बद्रीनारायण चौधरी, संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र की उपस्थिति में हजारों की संख्या में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुये कहा कि गौ, कृषि व किसान के विकास से ही देश की अर्थव्यवस्था समृद्व होगी। कृषि व किसान को समृद्वशाली बनाकर ही 2047 के विकसित भारत की संकल्पना को पूर्ण करते हुये अपेक्षित लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

बेरी ने देश में गौ आधारित कृषि हितैशी टेक्नालाजी के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया। नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आर्थिक संपन्नता में वृद्वि करने के लिये सतत प्रयासरत है। उनका मानना है कि विकसित राष्ट्र बनाने के लिये हमें विकसित समाज की आवश्यकता है। जिसके लिये कृषि व किसान के विकास पर ध्यान देना आवश्यक है।

कृषि व किसान की समृद्वि से ही ग्राम समृद्व बनेगा और जब ग्राम समृद्व होगा तो देश की समृद्वि व खुशहाली बढ़ेगी। श्री बेरी ने आगे कहा कि 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये भारतीय किसान संघ जैसे राष्ट्र हित की सोच के साथ किसान हित सर्वोपरि रखने वाले किसान संगठनों के योगदान की आवश्यकता है। जिससे कृषि, किसान, गांव व देश समृद्विशाली व विकसित बन सकेगा।


इससे पूर्व नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री बेरी ने अधिवेशन परिसर में किसान संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष बद्री नारायण चौधरी, अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र के साथ गौ आधारित प्राकृतिक खेती पर आधारित लगी प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। इसके बाद भारतीय किसान संघ के ध्वज का ध्वजारोहण, गौ माता पूजन, भारत माता व भगवान बलराम के चित्र पर मार्ल्यापण व दीप प्रज्वलित कर अखिल भारतीय अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन किया।

साथ में कार्यक्रम में सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर.एम. चौहान ने विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न अनुसंधान केंद्रों, उनकी उपलब्धियों और किसानों के लिए उपयोगी कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने अरंडी, कपास, गेहूं, आलू, मोटे अनाज, खजूर और मसाला फसलों पर विशेष अनुसंधान कर किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास किया है। आज भारत में उत्पादित कुल 81 प्रतिशत अरंडी गुजरात में होती है, जिससे देश को 7000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है।

*प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र*

सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किसानों के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली, मोटे अनाज, दलहन, तिलहन, खजूर, आलू, खाद्य प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न अनुसंधान केंद्रों के स्टॉल लगाए गए हैं। इसके साथ ही किसानों को गौ आधारित प्राकृतिक खेती की जानकारी भी प्रदान की गई।

*ये रहे उपस्थित*

मंच पर मुख्य रूप से सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रवीन्द्र चौहान, आणद कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के बी कथिरिया, जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति वी पी चोवटिया, कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति एन एच केलावाला, अखिल भारतीय अध्यक्ष बद्री नारायण चौधरी, अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र, उपाध्यक्ष राम भरोस वासोतिया, टी पेरूमल, भैया राम मौर्य उपस्थित रहे।

*कोटा जिला के इन प्रमुख कार्यकर्ताओं ने लिया भाग*

तीन दिवसीय अखिल भारतीय अधिवेशन में कोटा जिला के प्रांत प्रचार प्रमुख आशीष मेहता, प्रांत महिला प्रमुख रजनी नागर, संभाग अध्यक्ष गिरिराज चौधरी, सम्भाग सह मंत्री सत्यनारायण धाकड़, सम्भाग पर्यावरण प्रमुख गिरजा शंकर गुप्ता, संभाग युवा प्रमुख जितेन्द्र कुमार नागर इटावा, संभाग महिला प्रमुख रमा शर्मा, जिला अध्यक्ष जगदीश कलमंडा, जिला मंत्री रूपनारायण यादव, संभाग सदस्य भेरूलाल अहीर, जिला महिला प्रमुख मधु नागर, जिला युवा प्रमुख धनराज पारेता इटावा ने प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया।

voiceof public

Chief Editor of voice of public rajasthan

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *