इन्टैक के रंगारंग भारत पोस्टर प्रतियोगिता में निखरी अमूर्त संस्कृति की प्रतिभा
17 स्कूलों के 148 बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में दिखाया कला कौशल

रमेश शर्मा विशेष संवाददाता अजमेर
अजमेर के ब्यावर में जैन विद्यापीठ (नाज) में ‘रंगारंग भारत राष्ट्रीय पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें शहर की 17 स्कूलों के 148 बच्चों ने भाग लिया। कक्षा 7 से 9 तक के बच्चों हेतु रखी गई प्रतियोगिता में उन्होंनेे स्थानीय त्यौंहार, परम्परा, रीति-रिवाज, अनुष्ठान, सामाजिक प्रथा आदि को दर्शाने वाले बेहद खूबसूरत पोस्टर प्रदर्शित किये।
कन्वीनर रामप्रसाद कुमावत ने बताया कि 90 मिनट की इस प्रतियोगिता में बच्चों ने जहां ब्यावर का तेजा मेला, बादशाह मेला, गणगौर सवारी, दीपावली की साज सज्जा, ईद-मिलन का दृश्य, दशहरा मेला, लोककला-फड़ शैली, जगन्नाथ यात्रा, लाल किला, ब्यावर रेलवे स्टेशन पर जल सेवा के पोस्टर के साथ करीब 200 शब्दों का आलेख भी संबंधित चित्र के बारे में लिखकर स्थानीय अमूर्त संस्कृति की जानकारी दी।
ब्यावर अध्याय के को-कन्वीनर श्याम शर्मा ने बताया कि रंगारंग भारत पोस्टर प्रतियोगिता में स्थानीय स्तर पर मंगल-न्यूटन, भंवरलाल गोठी उमावि, के.डी. जैन, बाल मंदिर, नृसिंह अग्रेसन जैन विद्यापीठ, आदर्श विद्या मंदिर, सेंटपॉल, गोदावरी, सेन्ट्रल अकादमी, शाहपुरा मौहल्ला, डिग्गी गर्ल्स उमावि, बांगड़ पब्लिक, केन्द्रीय विद्यालय, सरमालिया स्कूल आदि के बच्चों द्वारा पोस्टर बनाये गये।
आयोजन समिति के उत्तम भण्डारी ने बताया कि सभी प्रतियोगियों को प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। राज्य स्तरीय श्रेष्ठ 100 विजेताओं तथा राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ 10 विजेताओं को ट्रॉफी व पुरस्कार दिये जायेंगे तथा उन्हें तीन दिवसीय भ्रमण पर भी ले जाया जायेगा जिसका व्यय-भार संस्था वहन करेगी।
पोस्टर प्रतियोगिता के बाद सांस्कृतिक सचिव डॉ. नरेन्द्र पारख ने प्रतियोगिता में बच्चों के कला कौशल की प्रशंसा करते हुए ब्यावर की संस्कृति और रीति-रिवाज के बारे में बताया। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी गत वर्ष पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें ब्यावर चेप्टर की प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार मिला था तथा दो प्रतियोगी राज्य स्तर पर पुरस्कृत किये गये थे। प्रतियोगिता में जे.पी. शर्मा, एस.एन. अग्रवाल, एम.एम. मोदी, रमेश यादव, मानसिंह, गोरधनसिंह आदि ब्यावर चेप्टर सदस्यों ने बच्चों का मनोबल बढ़ाने हेतु सांस्कृतिक विषय पर चर्चा की।