कोटा थर्मल में रिकार्ड रूम में आग लगने की घटना का मॉकड्रिल
एसडीआरएफ, सीआईएसएफ, फायर स्टाफ़ व पुलिस ने किया नियन्त्रण का मॉकड्रिल

✍ आज़ाद शेरवानी कोटा
कोटा 5 फरवरी 2025, कोटा सुपर थर्मल पावर स्टेशन (केएसटीपीएस) प्रशिक्षण केंद्र में आज एक मल्टी एजेंसी मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक आयोजित की गई, जिसमें रिकॉर्ड रूम में आग लगने की घटना का अनुकरण किया गया, जिसमें कर्मचारी अंदर फंसे हुए थे इस अभ्यास में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), केटीपीएस अग्निशमन विभाग और राजस्थान पुलिस के सहयोगात्मक प्रयास शामिल थे।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य वास्तविक जीवन के आपातकालीन परिदृश्य में भाग लेने वाली एजेंसियों के समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमताओं का आकलन और सुधार करना था। रिकॉर्ड रूम में आग फैलने के साथ ही ड्रिल शुरू हुई, इसके साथ ही, सीआईएसएफ कर्मियों ने क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया और निकासी प्रक्रिया शुरू कर दी। केटीपीएस अग्निशमन विभाग की ओर से तत्काल कार्रवाई की गई।
संकट की सूचना मिलने पर, फंसे हुए कर्मचारियों की तलाश और बचाव अभियान चलाने के लिए एसडीआरएफ की टीमें तेजी से घटनास्थल पर पहुंचीं। राजस्थान पुलिस ने स्थिति को प्रबंधित करने और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में आवश्यक सहायता प्रदान की। ड्रिल मे सभी भाग लेने वाली एजेंसियों के संचार प्रोटोकॉल, प्रतिक्रिया समय और परिचालन दक्षता का प्रभावी ढंग से परीक्षण किया।
मॉक ड्रिल के सफल समापन ने आपातकालीन स्थितियों से निपटने में अंतर-एजेंसी समन्वय और तैयारियों के महत्व पर प्रकाश डाला।मॉक ड्रिल के दौरान सीआईएसएफ के उप कमांडेंट रामसुख, एसडीआरएफ के उप निरीक्षक श्यामलाल, कोटा थर्मल के अग्निशमन विभाग के अधीक्षण अभियंता युवराज मदन तथा राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह एवं चारों विभाग के अधिकारी व स्टाफ उपस्थित रहे, जिनके सहयोग से मॉक ड्रिल को सफल बनाया गया I