विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ज्ञापन सौंपा
शाहिदा खान के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन

बी एम राठौर
संवाददाता सांगोद
सांगोद 3 जनवरी को राजस्थान आंगन बाड़ी महिला कर्मचारी महासंघ समबद्ध राजस्थान संयुक्त कर्मचारी एव मजदूर महासंघ की जिला अध्यक्ष गीता मेहरा ने बताया की प्रदेशाघ्यक्ष शाहिदा खान के नेत्तृव में माननीय उपमुख्य मन्त्री दिया कुमारी राजस्थान सरकार व माननीय ओम बिरला लोक सभा अध्यक्ष नई दिल्ली उनको कोटा आगमन पर छ्प्पन भोग परिसर किसोर पुरा कोटा में आंगन बाड़ी कार्यकर्ता सहायिका ग्रामीण साथिन शिशु पालना गृह कार्यकर्ताओ की समस्याओं का ज्ञापन सौपा ।
आंगन बाड़ी कार्यकर्ता सहायिका शिशु पालना गृह कार्यकर्ता को स्थाई कर्मचारी घोषित क्या जाए।
आंगन बाड़ी कर्मियों स्थाई नही होने तक इन्हे 21000 हजार रुपये मानदेय दिया जाऍ ।
सेवानिवृत्त के पश्चात पेन्शन 10000 रुपये व पी एफ काटा जाएँ।
आंगन बाड़ी कर्मियों को मानदेय हर महिने की 10 तारिख तक जमा कराया जाये एव केन्द्र सरकार का व राज्य सरकार का मानदेय एक मुश्त दिया जाऍ।
आंगन बाड़ी केन्द्रो का गर्भवती घात्री 7 माह से 6 वर्ष लाभार्थी को पोषाहार गुणवन्ता पूर्ण नही तीन से चार पैकिट के बदले दो ही तरह का पोषाहार दिया जाएँ ताकि कुुपोषण दूर हो।
बॉरा जिले की किशन गंज तहसील व शाहाबाद में सहरिया जनजाति के बाल विभाग परियोजना में 22 नवम्बर 2012 को आंगन बाड़ी केन्द्रो पर शिशु पालना गृह की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगाया गया था इनको मानदेय 1815 मिलता है इसकी जगह 4554 रुपये मानदेय दिया जाए व बड़ी सहायिका का पद बदल कर बड़े कार्यकर्ता बनाया जाए।
वर्तमान में टी एच आर व्यवस्था के अंतर्गत लाभार्थी के बिमार रहने अथवा अन्य कारणों से केन्द्र पर उपस्थित होने में विवश होने की स्थिति में उनके निकटतम परिजन केन्द्र पर आकर उनके लिए सुखा राशन ले जाते है किन्तु फैस कैपचर की स्थिति में यह सम्भव नही हो सकेगा एसी स्थिति में टी एच आर वितरण मै कार्यकर्ताओ को अनेक प्रकार की व्यवाहरिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा ग्रामीण परिवेश जहाँ गर्भवती और प्रसुति महिलाओं को अवधि विशेष घरो से बाहर निकलने पर पाबन्दी रहती है इस कैप्चर का आदेश निरस्त किया जाए।
ग्रामीण साथिनों को प्रचेता के पद पर अनुभव योग्यता के अनुसार नियुक्ति दी जाएँ व ग्रीस्म कालीन शीत कालीन अवकाश दिये जाएँ।
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आंगन बाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को सेवानिवृत होने पर 5 लाख एक मुश्त राशी दी जाएं और 61 में इन्हे सेवानिवृत किया जाता है इन्हे 62 वर्ष तक कार्य करने दिया जाएँ ।
आंगन बाड़ी केन्द्र का भवन किराया मंहगाई को देखते हुएँ शहरी में 1000 हजार की जगह 3000 हजार रु व ग्रामीण में 750 से 2000 हजार रूपये किया जाएँ ।
पोषण ट्रेकर में लाभार्थीयो को मोबाइल वेरिफिकेशन पर ओ टी पी डालना पड़ता है जिससे फिल्ड में काफी समस्याओ का सामना करना पड़ता है लाभार्थी ओ टी पी नही देते है यह आदेश भी निरस्त करे ।ज्ञापन देने वालो में शहिदा खान अर्चना सिंदरिया संतोष शर्मा माधुरी अपूर्वा आदि थी ।