भगवान के जाप की सबसे बड़ी कोई माला हे, तो वह हर स्वास पर हरिनाम की हैं माला : महेश गुरुजी
सरकार यमुना जी को गंदा होने से रोके, यमुना मैया को बनाएं स्वच्छ, द्वितीय दिवस कथा में उमड़े श्रोता

जितेंद्र नागर वरिष्ठ संवाददाता इटावा
इटावा, 19 दिसम्बर।
इटावा नगर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में द्वितीय दिन गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक महेश गुरुजी उज्जैन ने बारह अवतार, अनुसुइया, ध्रुव चरित्र की कथा सुनाई।
पंडितों ने यजमान द्वारा श्रीमद् भागवत पोथी की वैदिक मंत्रों से पूजा अर्चना करवाकर कथा का शुभारंभ करवाया ।
कथा वाचक महेश गुरुजी उज्जैन ने कपिल अवतार ध्रुव चरित्र सृष्टि की रचना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, मनुष्य जीवन आदमी को बार-बार नहीं मिलता है इसलिए इस कलयुग में दया धर्म भगवान के स्मरण से ही सारी योनियों को पार करता है। मनुष्य जीवन का महत्व समझते हुए भगवान की भक्ति में अधिक से अधिक समय देना चाहिए। उन्होंने बताया कि, भगवान विष्णु ने पांचवा अवतार कपिल मुनि के रुप में लिया। उन्होंने बताया कि, किसी भी काम को करने के लिए मन में विश्वास होना चाहिए तो कभी भी जीवन में असफल नहीं होंगे। जीवन को सफल बनाने के लिए कथा श्रवण करने से जन्मों का पाप कट जाता है। ध्रुव चरित्र की कथा के बारे में भक्तों को विस्तार से वर्णन कर बताया।
उन्होंने कहां कि भगवान के जाप की सबसे बड़ी कोई माला हे तो वह हर स्वास पर हरिनाम की माला हे, संसार में सभी समस्या का समाधान भगवान का भजन हे। जो किसी भी तरह का अभिमान लेकर कथा सुनता हे वह निष्काम हो जाती हे, ओर जो प्रसाद के रूप में श्रीमद् भागवत कथा सुनता हे वह भगवान को प्राप्त होता हे।
*गंदी होती यमुना को लेकर की चिंता व्यक्त*
व्यास पीठ से महेश गुरुजी ने दुःख जताते हुए दिल्ली व आगरा में गंदी हो रही यमुना जी को लेकर चिंता व्यक्त की ओर व्यास पीठ से आग्रह किया कि दिल्ली व उत्तर प्रदेश सरकार यमुना जी को गंदा होने से रोके, यमुना मैया को स्वच्छ बनाए।
महाआरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया। कथा में द्वितीय दिवस बड़ी संख्या में महिला-पुरुष कथा श्रवण करने पहुंचे।