प्रदेशवासियों को कल मिलेगी राजस्थान के सबसे बड़े बांध की सौगात
जयपुर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन

इटावा कोटा
वॉइस ऑफ पब्लिक राजस्थान के लिए
ललित बंसल
की खास रिपोर्ट
प्रदेशवासियों को कल मिलेगी राजस्थान के सबसे बड़े बांध की सौगात
जयपुर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन
नहरों के निर्माण की भी रखी जाएगी नींव
पीकेसी ईआरसीपी का हार्ट कहा जाता है नोनेरा एबरा बांध
कोटा जिले की पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र में काली सिंध नदी पर पीकेसी ईआरसीपी योजना के तहत बन कर तैयार हुआ राजस्थान के सबसे बड़े नोनेरा एबरा बांध की कल प्रदेश की जनता को सौगात मिलने वाली है पीकेसी ईआरसीपी योजना का हार्ट कहे जाने वाले इस बांध की सौगात प्रदेश वासियों को कल जयपुर से पीएम के हाथों मिलने जा रही है
राजस्थान सरकार का एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जयपुर में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे है जहां वह प्रदेश की जनता को पीकेसी ईआरसीपी योजना के तहत तैयार हुए राजस्थान के सबसे बड़े और पहले बांध की सौगात देंगे साथ ही इस बांध से प्रदेश के 21जिलों में पानी ले जाने की जो योजना है उसके क्रियान्वन के लिए उक्त कार्य की नींव भी रखेंगे इस दौरान प्रदेश के मुखिया भजन लाल शर्मा के साथ कई केंद्रीय और प्रदेश के मंत्रीगण शामिल रहेंगे
क्या है नौनेरा एबरा बांध
यह बांध ईआरसीपी योजना का महत्वपूर्ण बांध है और इस बांध से राजस्थान के वर्तमान के 21जिलों की प्यास बुझाये जाने को लेकर आगे की योजना तेयार की जा रही है
नोनेरा,एबरा बांध का निर्माण पूर्ण होने और जलभराव की टेस्टिंग पूर्ण होने के बाद कल प्रदेश वासियों को ईआरसीपी योजना के तहत पहले बांध की सौगात मिल जाएगी
राजस्थान के सबसे बड़े बांध के रूप में काली सिंध नदी पर नोनेरा एबरा बांध का निर्माण हो रहा है 601 करोड़ की लागत से बन रहे इस बांध का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है वही 37500 करोड रुपए की यह ईआरसीपी की पूरी योजना है जिससे तहत राजस्थान के 21 जिलों की प्यास बुझाई जा सके और पूर्वी नहर परियोजना के तहत इस बांध से नहरे बनाकर पानी पहुंचाने का कार्य अमल में लाया जाएगा
170 किमी दूर जाएगा नदियों का सरप्लस पानी
ईआरसीपी प्रोजेक्ट के तहत बन रहे राजस्थान के सबसे बड़े बांध नोनेरा एबरा बांध का निर्माण पूर्ण होने पर इस बांध में पानी का एकत्रण कर हाड़ौती की नदियों के सर प्लस पानी को 170 किलोमीटर दूर तक ले जाया जाना है. इसके लिए पंपिंग, ग्रेविटी चैनल एस्कैप, ग्रेविटी फीडर, कैनाल, सुरंग और पानी के लिए पुलिया बनेगी. करीब 37,500 करोड़ की इस परियोजना में 2 लाख हेक्टेयर जमीन को संचित करना और करीब 62 लाख की आबादी को पेयजल उपलब्ध कराना है. साथ ही, ईआरसीपी से हाड़ौती के चारों जिलों बारां, बूंदी, कोटा और झालावाड़ के अलावा सवाई माधोपुर, अजमेर, टोंक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर और धौलपुर जिले को इस बांध से पानी पहुंचाने की केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजना है
राजस्थान के सबसे बड़े बांध का स्ट्रेकचर
राजस्थान के सबसे बड़े नोनेरा एबरा बांध का निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात इस बांध में 27गेट होने वही इस बांध की सतह से ऊंचाई करीब 26मीटर रहेगी साथ ही इस बांध में 226.65मिलियन घन मीटर पानी की भराव क्षमता रहेगी जिससे इस बांध का पानी राजस्थान के 21जिलों के 752गांवों को पीने के साथ सिंचाई को लेकर पानी पहुंचाया जा सकेगा
इटावा क्षेत्र में बढ़ेगी वाटर लेवल
राजस्थान के सबसे बड़े नोनेरा एबरा बांध के निर्माण पूर्ण होने के बाद अब जब भी इस बांध में पानी का भराव किया जाएगा तो इस बांध में पानी भरने के साथ ही इटावा उपखंड और दीगोद उपखंड क्षेत्र के कई गांवों के किसानों को भी फायदा मिलेगा और इस बांध के निर्माण के साथ ही क्षेत्र में वाटर लेवल ऊपर आएगा जिससे की नलकूप कुएं आदि में पानी की कमी नहीं आएगी और किसानों को इस बांध का खासा फायदा मिल पाएगा
इस मानसून सत्र में हुई थी पानी की टेस्टिंग
नोनेरा एबरा बांध निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद इस बांध को इस माह के अंत में जलसंसाधन विभाग के सुपुर्द कर दिया जिसके बाद पानी की टेस्टिंग की का कार्य भी पूर्ण हो चुका है अब आगे की योजनाएं क्रियान्वित होगी और कल राजस्थान की जनता का सपना साकार होता दिखाई देगा और प्रदेश के पहले बांध की सौगात मिल पाएगी