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ब्लाक स्तरीय चिकित्सा विभाग की बैठक में हीट वेव एवं मौसमी बीमारियों को लेकर चर्चा

पहलगाम में आतंकवादी हमले में मारे लोगों को 2 मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी

गोपाल पारीक सुल्तानपुर

कोटा जिले के इटावा,सुल्तानपुर में चिकित्सा विभाग की ब्लॉक स्तरीय बैठक ब्लॉक कार्यालय इटावा ,सुल्तानपुर में सीएमएचओ डॉ नरेंद्र नागर की अध्यक्षता में संपन्न हुई
मासिक बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ घनश्याम मीणा भी शामिल हुए। जिसमें डिप्टी सीएमएचओ डॉ घनश्याम मीणा ने लू तापघात एवं मौसमी बीमारियों को देखते हुए अलर्ट रहने एवं पूर्ण तैयारियों के साथ अपडेट रहने हेतु निर्देशित किया ।सीएमएचओ डॉ नागर ने NCD प्रोग्राम में स्क्रीनिंग बढ़ाने की बात कही इस दौरान एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ डी पी चौधरी ने आयएचआईपी में सभी संस्थाओं से S,P,L फॉर्म अपलोड करने और जिन सेक्टर पर मलेरिया स्लाइड की संख्या कम है वहां पर स्लाइड बढ़ाने के निर्देश दिए ।

सीएमएचओ डॉ नरेंद्र नागर ने लक्ष्य के अनुरूप एएनसी, टीकारण,डिलीवरी करने के निर्देश दिए साथ ही टीकाकरण के अगले सेशन के दिन ही आगामी सेशन की ड्यू लिस्ट तैयार कर आशाओं को उपलब्ध करवाने की बात कही जिससे कि टीकाकरण का 100% लक्ष्य प्राप्त किया जा सके ।
चिकित्सा अधिकारियों से रेगुलर सभी प्रोग्रामों की मॉनिटरिंग अपने अपने स्तर पर करने के लिए कहा ।
इस के साथ साथ हर हफ्ता कोल्ड चेन प्वाइंट ,एम्बुलेंस की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी करवाने पर जोर दिया गया।

बीसीएमओ डॉ राजेश सामर,बीसीएमएचओ डॉ जयकिशन मीना द्वारा सभी पीएचसी सीएचसी पर संस्थागत प्रसव करवाने पर जोर दिया गया। चिकित्सा अधिकारीयो को गर्भवती महिलाओं के अधिक से अधिक वाउचर जारी करते हुए सोनोग्राफी करवाने और जो वाउचर अवधिपार हो गए हैं उन्हें दोबारा जारी करने के लिए पाबंद किया। वाउचर को चेक कर भुगतान के लिए फॉरवर्ड करने के निर्देश दिए । सभी ANM को पानी के सैंपल ज्यादा से ज्यादा भेजने के लिए पाबंद किया ।साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्राथमिकता से क्रियान्वित कर आम जन तक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने की बात कही अस्पताल में साफ-सफाई रखने एवं मरीजों के लिए साफ ठंडा पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए पाबंद किया।


डीपीएम नरेंद्र वर्मा एवं बीपीएम राजेश चौकनिवाल ने एच पी आर 🆔 ,आभा I’d, आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ ही लाडो योजना में तुरंत पेंडेंसी खत्म करने के निर्देश दिए जिन व्यक्तियो के कार्ड बन चुके हैं उनको ऑनलाइन वितरण करने की बात कही । RBSK से डॉ श्वेता व्यास ने बच्चों की स्क्रीनिंग के बारे में बताया।
सीएमएचओ डॉ नरेंद्र नागर ने कहा कि
जहां तक संभव हो धूप में न निकलें अगर निकलें तो शरीर पूर्ण तरह से ढका हो..
स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से तापघात के संबंध में अपील की है।
सुल्तानपुर ब्लॉक क्षेत्र में जिला कलक्टर के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन को भीषण गर्मी से बचाव को लेकर आवश्यक एडवाइजरी जारी की गई है जहाँ सुल्तानपुर बीसीएमओ डॉ. राजेश सामर ने बताया कि कोटा जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को अस्पतालों में लू-तापघात के रोगियों के लिए गाइडलाइन अनुसार बैड आरक्षित रखते हुए वहां कूलर व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, संस्थान में रोगी के उपचार के लिए आपात कालीन किट में ओरआरएस,ड्रिपसेट,फ्लूड एवं आवश्यक दवाईयां एम्बुलेंस को अपडेट रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आमजन के लिए जारी अपील में कहा है कि जहां तक संभव हो धूप में न निकलें। निकलें तो शरीर पूर्ण तरह से ढका हो। सफेद या हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़ों का उपयोग करें। लू तापघात से प्राय: कुपोषित बच्चे,बीमार, वृद्व, गर्भवती महिलाएं और श्रमिक आदि शीध्र प्रभावित हो सकते हैं यह सब प्रात: 10 बजे से शाम 6 बजे तक तेज गर्मी से बचाने के लिए छायादार ठंडे स्थान पर रहने का प्रयास करें। लू के लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत प्राथमिक उपचार करते हुए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं।
ये बरतें सावधानी-
डॉ. सामर ने बताया कि बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन भरे कमरों से बचें, रेल बस आदि की यात्रा अत्यावश्यक होने पर ही करें। बिना भोजन किए बाहर न निकलें। भोजन करके एवं पानी पी कर ही बाहर निकलें। सड़े-गले फल व बासी सब्जियों का उपयोग हरगिज ना करें। गर्दन के पिछले भाग कान एवं सिर को गमछे या तौलिए से ढक कर ही धूप में निकलें। रंगीन चश्में एवं छतरी का प्रयोग करें।गर्मी में हमेशा पानी एवं पेय पदार्थों जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, ज्यूस आदि का प्रयोग करते रहें। अकाल राहत कार्यों पर अथवा श्रमिकों के कार्यस्थल पर छाया एवं पानी का पूर्ण प्रबन्ध रखा जावे, ताकि श्रमिक थोडी-थोडी देर में छायादार स्थानों पर विश्राम कर सकें। कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक से बचें।
लू-तापघात के लक्षण-
डिप्टी सीएमएचओ डॉ घनश्याम मीणा ने बताया कि शरीर में लवण व पानी अपर्याप्त होने पर विषम गर्म वातावरण में लू व तापघात निम्नांकित लक्षणों के द्वारा प्रभावी होता है। जिसमें सिर का भारीपन व सिरदर्द। अधिक प्यास लगाना व शरीर में भारीपन के साथ थकावट। जी मिचलाना, सिर चकराना व शरीर का तापमान बढ़ना (105 एफ या अधिक)। पसीना आना बंद होना,मुंह का लाल हो जाना व त्वचा का सूखा होना। अत्यधिक प्यास का लगना, बेहोशी जैसी स्थिति का होना।
बैठक में डॉ यादवेन्द्र शर्मा ,डॉ दीपक बैरवा, डॉ सुनीता, डॉ हेमन्त कुमार गुप्ता,डॉ संजय वर्मा, डॉ रघुराज मीना डॉ जितेंद्र मीणा, डॉ आशीष सोनी, सहित सभी LHV CHO ,ANM, PHS, कंप्यूटर ऑपरेटर,अकाउंटेंट मौजूद रहे।

voiceof public

Chief Editor of voice of public rajasthan

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