बांके बिहारी मंदिर एकादशी महोत्सव है गोपाल राधा कृष्ण गोविंद गोविंद
कमल सरोवर की शीतलता,लता पता से सजी रमणीक झांकी

रमेश शर्मा ब्यावर
ब्यावर के सूरजपोल गेट बाहर स्थित बांके बिहारी मंदिर में प्रातः ध्वजपूजन एवं आरोहण के साथ एकादशी महोत्सव उत्साह पूर्वक मनाया गया। बांकेबिहारी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष माणक ड़ाणी ने बताया कि वैशाख मास की बरुथिनि एकादशी के अवसर पर प्रातः ध्वजा के मनोरथी सत्यनारायण असावा परिवार द्वारा 27 वीं ध्वजा मन्दिर के मुख्य शिखर पर फहराई गई।
दोपहर 4.00 बजे निर्मला-नरेंद्रकुमार जैथलिया के सौजन्य से आयोजित भजनोत्सव में कृष्णदिवानी स्वर रागिनी शालिनी एवं शर्मा,बबिता गौड़ ने गणेश वंदना के साथ भोलेबाबा के चरणों मे माथो रख दे बाबरिया…..मैं कैसे करूँ शुक्रिया मेरी माँ तूने जो दिया सहारा…..जय हो कुंज बिहारी की जय हो बांके बिहारी की…..मीरा कृष्ण दीवानी मीरा प्रेम दीवानी…..इक नजर कृपा की कर दो सांवरे गिरधारी….लाडली सुध लीजो हमारी है राधा रानी,श्यामा प्यारी…..वीणा सोनी ने मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा…. है गोपाल राधा कृष्ण गोविंद गोविंद…..आदि भजनो से मधुर संकीर्तन की प्रस्तुति दी द्वारा भजनमालिका की प्रस्तुति दी। ठाकुरजी के गर्भगृह में पंडित जितेंद्र दाधिच द्वारा गर्भगृह में सरोवर में कमल पुष्पों एवं लताओं पताओ द्वारा शीतल करके ठाकुरजी को सर्वांग श्रृंगारित किया गया। महोत्सव में ध्वजा प्रकल्प प्रभारी महेश सिंघल एकादशी संयोजक विजय तंवर,नरेंद्र जैथलिया,निर्मला जैथलिया,जगदीश गर्ग,चेतनकुमार गर्ग,आशा गर्ग,सत्यनारायण असावा सहित भक्तजन उपस्थित थे।