कोटा के देवनारायण योजना में गंदे पानी की आपूर्ति को लेकर महिलाओं और ग्रामीणों में आक्रोश
उपमहापौर पवन मीणा मौके पर पहुंचे की समझाइश

कोटा के देवनारायण आवास योजना में विगत कई दिनों से यूआईटी द्वारा पेयजल के रूप में गंदा और बदबूदार पानी सप्लाई किया जा रहा है, जिससे जानवर भी पानी नहीं पी पा रहे हैं तो इंसानों के लिए पीना तो और भी मुश्किल हो गया है। इससे बच्चों में बीमारियां फैल रही हैं और बुजुर्गों की तबीयत बिगड़ रही है। स्थानीय पाशुपालकों को मजबूरी में शहर से भारी कीमत देकर पीने का पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जब से राजस्थान में सरकार बदली है, तब से देवनारायण योजना को लेकर सभी सरकारी विभागों की गंभीरता खत्म हो गई है।
महिलाओं ने पानी की टंकी पर जताया विरोध, पुलिस को तैनात करना पड़ा गंदे पानी की लगातार सप्लाई से नाराज होकर देवनारायण योजना की महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने पानी की टंकी पर एकत्रित होकर विरोध जताया। हालात बिगड़ने पर पुलिस प्रशासन को मौके पर जाप्ता तैनात करना पड़ा।
जानकारी मिलते ही उपमहापौर पवन मीणा मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही उपमहापौर पवन मीणा तुरंत मौके पर पहुंचे और कोटा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को मौके पर बुलवाया। KDA के एक्सईएन ललित शर्मा और जेईएन दिक्षांत मित्तल को बुलाकर उन्होंने नाराजगी जताई।
जांच में पता चला कि कहीं लीकेज होने और वहां रखे कोटा स्टोन व स्लरी के कारण पानी दूषित हो रहा है। साथ ही, KDA और PHED विभाग के बीच समन्वय की कमी भी सामने आई, जिसके कारण समस्या लगातार बनी हुई है।
पवन मीणा ने चेताया – नहीं सुधरे हालात तो होगा कलेक्टर का घेराव
पवन मीणा ने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया तो पाशुपालकों को कोटा कलेक्टर कार्यालय का घेराव करना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि गत 28 मार्च को एक धरना प्रदर्शन भी प्रस्तावित हुआ था, लेकिन PHED के अधिकारियों ने उपमहापौर कार्यालय पहुंचकर पाशुपालकों से समस्या जानी और समाधान का आश्वासन दिया था। परंतु आज दिनांक तक समस्या जस की तस बनी हुई है, जिसके चलते महिलाओं को मजबूर होकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ा।
B ब्लॉक में कम पानी की सप्लाई, नई बोरिंग भी अधूरी
इसके अतिरिक्त देवनारायण योजना के बी ब्लॉक में कम पानी की सप्लाई की शिकायतें लगातार मिल रही थीं, जिसके बाद वहां नई बोरिंग तो करवाई गई, लेकिन अब तक बिजली कनेक्शन न होने के कारण मोटर नहीं लग पाई है।
इस पर पवन मीणा ने तुरंत RSEB के एक्सईएन आशीष जौहरी से फोन पर बात की और बिजली कनेक्शन शीघ्र कराने का निवेदन किया। एक्सईएन ने आश्वासन दिया कि एक या दो दिन में कनेक्शन करवा दिया जाएगा।
किरण लांगड़ी का बयान – अधिकारी दे रहे हैं केवल आश्वासन, अब सहनशक्ति की सीमा पार
देवनारायण पशुपालक आवास योजना विकास समिति के अध्यक्ष किरण लांगड़ी ने आक्रोश जताते हुए कहा कि,
“हर बार अधिकारी केवल आश्वासन देकर लौट जाते हैं। पाशुपालकों को मजबूरी में शहर से पानी खरीदना पड़ रहा है। जानवर बीमार हो रहे हैं, महिलाएं और बच्चे परेशान हैं। ये पानी इंसान तो क्या जानवर के पीने लायक भी नहीं है। अगर अब भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई, तो हम सब मिलकर बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।