संत तुलसी पब्लिक सी. सै. स्कूल झालरापाटन के विद्यार्थियों द्वारा उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय में दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण

बी एम राठौर सांगोद
सांगोद कृषि विश्वविद्यालय कोटा के उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, झालावाड़ में संत तुलसी पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल, झालरापाटन, झालावाड़ के कुल 120 विद्यार्थियों ने विद्यालय के शिक्षकों सत्यनारायण राठौर, पंकज चौहान, संजय राठौर के साथ महाविद्यालय की विभिन्न ईकाईयों का 02 दिवसीय भ्रमण किया।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आशुतोष मिश्र ने प्रथम दिवस विद्यार्थियों को पुष्पीय फसलों की व्यवसायिक खेती, सजावटी पौधों की नर्सरी तैयार करने एवं उनकी उद्यमिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी
महाविद्यालय के वानिकी संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. एस. बी. एस. पाण्डेय ने वन प्रजातियों के महत्व, संरक्षण एवं नर्सरी की सूक्ष्मतम जानकारी दी। नर्सरी में विभिन्न प्रजातियों के पौधे कैसे तैयार करते है, बीजोपचार एवं वर्ष पर्यन्त प्रबन्धन की विस्तृत जानकरी दी। वानिकी की विभिन्न प्रजातियों का पर्यावरण एवं मानव जीवन में अत्यधिक महत्व है, अतः 11वीं एवं 12वीं कृषि एवं जीव विज्ञान के विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष प्रायोगिक जानकारी देकर भविष्य में वानिकी एवं कृषि संबंधित रोजगार के बाबत् तैयार होने का मार्गदर्शन किया। अंत में श्री सुरैश चन्द सैनी ने विद्यार्थियों को नर्सरी में प्रजातिवार भ्रमण करवाया। डॉ. निर्मल कुमार मीणा ने विद्यार्थियों को संरक्षित खेती तथा मृदा रहित खेती के बारे में समझाया। उन्होंने विद्यार्थियों को खीरा, टमाटर, खरबूजा आदि के उत्पादन की जानकारी दी। मधुमक्खी पालन इकाई के प्रभारी डॉ. सुरेश कुमार जाट ने मधुमक्खी पालन एवं शहद प्रसंस्करण में प्रयुक्त होने वाली सभी मशीनों का सजीव प्रदर्शन कर विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के श्री राजकुमार जोशी ने विद्यार्थियों को कृषि एवं वानिकी के विभिन्न अवसरों से अवगत करवाते हुए विद्यार्थियों को कृषि एवं वानिकी विषय में अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित किया।
स्कूल के निदेशक राहुल राठौर व प्रधानाचार्या रेखा राठौर ने बताया की महाविद्यालय मे हर वर्ष विद्यार्थीयो को भ्रमण करवाते है जिससे बच्चों को तकनीकी ज्ञान प्राप्त होता है साथ ही भविष्य मे उच्च शिक्षा संस्थानों मे प्रवेश लेने की लालसा बढ़ती है, जो बच्चों को करियर चुनने मे भी मददगार साबित होती है |